वॉशिंगटन
धरती के उत्तरी गोलार्ध (Northern Hemisphere) में गुरुवार को अनोखा नजारा दिखने वाला है। इस बार सूर्यग्रहण कुछ ऐसा लगेगा जैसे आसमान में आग का छल्ला बन आया हो। चांद जब धरती और सूरज के बीच में आता है तो सूर्यग्रहण लगता ही है लेकिन इस बार चांद धरती से ज्यादा दूरी पर है। इसलिए यह पूरी तरह से सूरज को नहीं ढकेगा और किनारे से सूरज की रोशनी नजर आएगी। इस साल का यह अकेला ऐसा सूर्यग्रहण है।
क्यों बनता है Ring of Fire?
साल के इस समय चांद और सूरज धरती के हिसाब से ऐसी स्थिति पर होते हैं कि दोनों का आकार एक जैसा लगता है। चांद की कक्षा गोलाकार नहीं है, इसलिए धरती से इसकी दूरी के हिसाब से कभी यह बड़ा दिखता है और कभी छोटा। जब यह दूर होता है तो धरती और सूरज के बीच में आने पर यह पूरी तरह से सूरज को ढकता नहीं है और तब सूरज का बाहरी हिस्सा छल्ले की तरह दिखता है।
कहां दिखेगा?
इस साल यह 'छल्ला' उत्तरी ध्रुव, ग्रीनलैंड और कनाडा के हिस्सों में दिखाई देगा। उत्तरी अमेरिका, यूरोप और एशिया के कुछ हिस्सों में आंशिक सूर्यग्रहण नजर आएगा। इसमें पूरा छल्ला नहीं बना होगा लेकिन ऐसा लगेगा जैसे चांद ने सूरज का एक टुकड़ा खा लिया हो। अमेरिका में दक्षिणपूर्व, उत्तरपूर्व, मध्यपश्चिम, उत्तरी अलास्का जैसे इलाकों में सूर्योदय से पहले दिख सकता है। हालांकि, भारत में यह नजर नहीं आएगा।
कैसे देखें?
इसे ऑनलाइन तो देखा जा ही सकता है, जो लोग आसमान में इसको देखने का प्लान कर रहे हैं, उन्हें इसके लिए स्पेशल चश्मे जरूर लगाने चाहिए। सूर्यग्रहण को सीधे बिना चश्मे के देखने से आंखें खराब हो सकती हैं। इसके अलावा टेलिस्कोप-दूरबीन जैसे स्पेशल फिल्टर्स का इस्तेमाल करना चाहिए।
धरती के उत्तरी गोलार्ध (Northern Hemisphere) में गुरुवार को अनोखा नजारा दिखने वाला है। इस बार सूर्यग्रहण कुछ ऐसा लगेगा जैसे आसमान में आग का छल्ला बन आया हो। चांद जब धरती और सूरज के बीच में आता है तो सूर्यग्रहण लगता ही है लेकिन इस बार चांद धरती से ज्यादा दूरी पर है। इसलिए यह पूरी तरह से सूरज को नहीं ढकेगा और किनारे से सूरज की रोशनी नजर आएगी। इस साल का यह अकेला ऐसा सूर्यग्रहण है।
क्यों बनता है Ring of Fire?
साल के इस समय चांद और सूरज धरती के हिसाब से ऐसी स्थिति पर होते हैं कि दोनों का आकार एक जैसा लगता है। चांद की कक्षा गोलाकार नहीं है, इसलिए धरती से इसकी दूरी के हिसाब से कभी यह बड़ा दिखता है और कभी छोटा। जब यह दूर होता है तो धरती और सूरज के बीच में आने पर यह पूरी तरह से सूरज को ढकता नहीं है और तब सूरज का बाहरी हिस्सा छल्ले की तरह दिखता है।
कहां दिखेगा?
इस साल यह 'छल्ला' उत्तरी ध्रुव, ग्रीनलैंड और कनाडा के हिस्सों में दिखाई देगा। उत्तरी अमेरिका, यूरोप और एशिया के कुछ हिस्सों में आंशिक सूर्यग्रहण नजर आएगा। इसमें पूरा छल्ला नहीं बना होगा लेकिन ऐसा लगेगा जैसे चांद ने सूरज का एक टुकड़ा खा लिया हो। अमेरिका में दक्षिणपूर्व, उत्तरपूर्व, मध्यपश्चिम, उत्तरी अलास्का जैसे इलाकों में सूर्योदय से पहले दिख सकता है। हालांकि, भारत में यह नजर नहीं आएगा।
कैसे देखें?
इसे ऑनलाइन तो देखा जा ही सकता है, जो लोग आसमान में इसको देखने का प्लान कर रहे हैं, उन्हें इसके लिए स्पेशल चश्मे जरूर लगाने चाहिए। सूर्यग्रहण को सीधे बिना चश्मे के देखने से आंखें खराब हो सकती हैं। इसके अलावा टेलिस्कोप-दूरबीन जैसे स्पेशल फिल्टर्स का इस्तेमाल करना चाहिए।