दुबई
भारत से लाखों लोग काम करने खाड़ी देशों में जाते हैं और वहां से अपने घरवालों को पैसे भेजा करते हैं। ताजा ट्रेंड इशारा कर रहे हैं कि भारत समेत कई दक्षिण एशियाई देशों की मुद्रा (currency) UAE के दिरहम के मुकाबले कमजोर हो रही है। यहां काम कर रहे भारतीयों के लिए यह एक अच्छा मौका साबित हो सकता है। दरअसल, इसके चलते पिछले कुछ हफ्तों में ऐसे हालात बने हैं जिससे अपने देश वापस भेजे जाने वाले पैसे (remittance) में बढ़तोरी हो सकती है।
भारत आता है सबसे ज्यादा पैसा
गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के 2021 की दूसरी चौमाही में UAE से भेजे जाने वाले इस पैसे में सालाना 8.7% या 3.6 अरब दिरहम की बढ़त देखने को मिली है। बैंकों के जरिए 6.1 अरब दिरहम की बढ़त और एक्सचेंज हाउसेज के जरिए 2.5 अरब दिरहम की गिरावट देखने को मिली। इस दौरान सबसे ज्यादा remittance भारत, पाकिस्तान, अमेरिका, फिलिपींस और मिस्र को भेजा गया। भारत को सबसे ज्यादा 28.8 % remittance भेजा गया। इन भी पांचों देशों को सालाना भेजे गए पैसे में बढ़त दर्ज की गई है।
कैसा रहेगा आने वाला वक्त?
देश पैसे वापस भेजते समय यह ध्यान में रखना जरूरी है कि ऐसा करने के लिए सही समय क्या है। इसके लिए सबसे पहले यह पता होना चाहिए कि आने वाले दिनों में अपने देश की मुद्रा बढ़ने वाली है या गिरने वाली है। भारत की बात करें तो रिपोर्ट में बताया गया है कि भारतीय रुपये की कीमत अभी UAE के दिरहम के मुकाबले 20.1 पर है जबकि पिछले हफ्ते यह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 73.8 पर गिर गया था।
भारत कब भेजें पैसे?
रिसर्च के हवाले से दावा किया गया है कि अक्टूबर में रुपये दिरहम के मुकाबले 20.3 पर गिर सकता है और महीने के आखिर में 19.9 पर पहुंच सकता है। इसके मुताबिक अगले महीने की शुरुआत में remittance भेजना फायदेमंद हो सकता है क्योंकि अक्टूबर के आखिर तक मुनाफे की संभावना कम है। नवंबर-दिसंबर में यह और कम हो सकता है जब दिरहम के मुकाबले रुपये 19.6 पर पहुंच सकता है। इसलिए सबसे फायदेमंद वक्त अक्टूबर का ही रहेगा।
भारत से लाखों लोग काम करने खाड़ी देशों में जाते हैं और वहां से अपने घरवालों को पैसे भेजा करते हैं। ताजा ट्रेंड इशारा कर रहे हैं कि भारत समेत कई दक्षिण एशियाई देशों की मुद्रा (currency) UAE के दिरहम के मुकाबले कमजोर हो रही है। यहां काम कर रहे भारतीयों के लिए यह एक अच्छा मौका साबित हो सकता है। दरअसल, इसके चलते पिछले कुछ हफ्तों में ऐसे हालात बने हैं जिससे अपने देश वापस भेजे जाने वाले पैसे (remittance) में बढ़तोरी हो सकती है।
भारत आता है सबसे ज्यादा पैसा
गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के 2021 की दूसरी चौमाही में UAE से भेजे जाने वाले इस पैसे में सालाना 8.7% या 3.6 अरब दिरहम की बढ़त देखने को मिली है। बैंकों के जरिए 6.1 अरब दिरहम की बढ़त और एक्सचेंज हाउसेज के जरिए 2.5 अरब दिरहम की गिरावट देखने को मिली। इस दौरान सबसे ज्यादा remittance भारत, पाकिस्तान, अमेरिका, फिलिपींस और मिस्र को भेजा गया। भारत को सबसे ज्यादा 28.8 % remittance भेजा गया। इन भी पांचों देशों को सालाना भेजे गए पैसे में बढ़त दर्ज की गई है।
कैसा रहेगा आने वाला वक्त?
देश पैसे वापस भेजते समय यह ध्यान में रखना जरूरी है कि ऐसा करने के लिए सही समय क्या है। इसके लिए सबसे पहले यह पता होना चाहिए कि आने वाले दिनों में अपने देश की मुद्रा बढ़ने वाली है या गिरने वाली है। भारत की बात करें तो रिपोर्ट में बताया गया है कि भारतीय रुपये की कीमत अभी UAE के दिरहम के मुकाबले 20.1 पर है जबकि पिछले हफ्ते यह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 73.8 पर गिर गया था।
भारत कब भेजें पैसे?
रिसर्च के हवाले से दावा किया गया है कि अक्टूबर में रुपये दिरहम के मुकाबले 20.3 पर गिर सकता है और महीने के आखिर में 19.9 पर पहुंच सकता है। इसके मुताबिक अगले महीने की शुरुआत में remittance भेजना फायदेमंद हो सकता है क्योंकि अक्टूबर के आखिर तक मुनाफे की संभावना कम है। नवंबर-दिसंबर में यह और कम हो सकता है जब दिरहम के मुकाबले रुपये 19.6 पर पहुंच सकता है। इसलिए सबसे फायदेमंद वक्त अक्टूबर का ही रहेगा।